तनाव की समस्या एवं प्रबंधन

तनाव से आज के समय में सभी ग्रसित है, चाहे आप कहीं भी रहे और कुछ भी कार्य करें। आप इससे बच नहीं पाते। तनाव एक सामान्य मानवीय प्रतिक्रिया है जो आमतौर पर सभी को होती है। यह किसी भी व्यक्ति के फिजिकल या इमोशनल लेवल को चोट पहुँचा सकता है और आपको किसी भी घटना या विचार के बारे में फ़्रस्ट्रेट या घबराहट महसूस करा सकता है। जब मनुष्य बदलाव या चुनौतियों का अनुभव करते हैं, तो उनका बॉडी शारीरिक और मानसिक प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न करता है, इसे ही हम तनाव कह सकते है।

तनाव के लक्षण

• कोई भी काम करते समय घबराहट या चिड़चिड़ापन।
• नींद में परेशानी या बहुत ज्यादा नींद लेना।
• आराम के लिए शराब या नशीली दवाओं का उपयोग करना।
• एनर्जी या फोकस की कमी।
• वजन कम या ज्यादा होना।
• सेक्सुअल प्रोब्लेम्स।
• डिप्रेशन।
• सिरदर्द।
• थकान।

तनाव प्रबंधन

आप तनाव को प्रबंधित करना सीख सकते हैं ताकि यह आपको प्रबंधित न कर सके। जैसे घर में रहकर हम परेशान हो रहे हो तो फिर हम घर से दूर कही बाहर जा सकते हैं ताकि हमारा तनाव दूर हो सके। जिससे इसे हम मैनेज कर सकते हैं। लेकिन हमारे जीवन में कई ऐसे बदलाव होते हैं जिनकी वजह से तनाव अधिक हो सकता है। जैसे शादी सम्बंधित, नौकरी में बदलाव या ऐसी कोई बीमारी, ये सभी तनाव के स्रोत हैं। लेकिन जब तनाव लंबे समय तक बना रहे तो यह आपकी सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकता है। जरूरी है कि आप खुद को जानें और सकारात्मक सोचें, ऐसा करने में
आपको थोड़ा समय लगेगा लेकिन आप इसे मैनेज कर पाएंगे। यह तनाव मैनेजमेंट ट्रेनिंग आपको स्वस्थ तरीके से बदलावों से निपटने में मदद करता है।

तनाव से निपटने के उपाय

तनाव से बचने के लिए हम इन उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं जैसे..

  • शौक के लिए समय निकालें: शौक हमें अधिक खुश और सहज महसूस करने में मदद करता हैं, और वे काम पर हमारा ध्यान, उत्पादकता और रचनात्मकता को भी बढ़ाते हैं।
  • मेडिटेशन, योगा, जिम करते रहें: मेडिटेशन और एक्सरसाइज दोनों को ही आपके रूटीन में शामिल करे । यदि इन्हे ठीक से किया जाए, तो मैडिटेशन आपको अपने फिटनेस उद्देश्यों को तेजी से प्राप्त करने में मदद कर सकता है और आप में अनुशासन पैदा करता है जिससे आप तनाव से दूर हो सकते है।
  • तनाव को दूर रखने के लिए सही खाने और पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करें: प्रोसेस्ड फ़ूड को कम और कम्पलीट फ़ूड प्रोडक्ट्स को अधिक मात्रा में ले। सही खाना और समय पर नींद भी आपके तनाव को दूर करते है।
  • प्रतिदिन अपने शरीर की अच्छी देखभाल करें और सकारात्मक रहें: ये कुछ पहलू आपको सकारात्मक बनाने में सहायक हैं: अपना दृष्टिकोण बदलें, एक कदम पीछे लेकर किसी भी समस्या के बारें में सोचे, सकारात्मक वातावरण बनाने का प्रयास करे, प्रकृति (पेड़-पौधों) के बीच समय व्यतीत करे।
  • श्वशन से सम्बंधित व्यायाम और मांसपेशियों को आराम देने जैसी गतिविधियों को नियमित करे: ये गतिविधियाँ आपके दिमाग को आराम देने में सहायक होती हैं; इनका उपयोग आप दिनचर्या में भी कर सकते हैं।
  • ऐसे लोगों के साथ घूमें जो आपको अच्छे से समझते हैं: हो सकता है कि आपका कोई अच्छा दोस्त हो जो आपको खुश करता हो, अगर आप अपने चारो और दीवारें खड़ी कर देते हैं या खुद को खुद में ही ढाल लेते हैं तो कोई दूसरा आपको नहीं जान पाएगा। यदि लोग आपके बारे में अधिक नहीं जान पाते हैं तो वे आपके साथ सामंजस्य नहीं बिठा पाएगे, इसलिए लोगो में घुलना मिलना आवश्यक है।


निष्कर्ष

अब आप समझ ही गए होंगे कि तनाव जैसी समस्या से निपटने के लिए प्रेशर की फीलिंग्स को कण्ट्रोल करके आप अत्यधिक तनाव को रोक सकते हैं। अवसाद और आत्महत्या के लक्षणों को पहचानकर, आप अपने सभी दोस्तों और समाज की मदद करने के लिए बेहतर जागरूकता और कौशल विकसित कर सकते हैं। ध्यान रहे तनाव में कोई भी कार्य कुशलता से नहीं हो पता है और यह आपको मानसिक एवं शारीरिक दोनों रूप में कमजोर करता है अतः इसे खुद पर ना हावी होने दे। अंग्रेजी में एक कहावत है “Don’t stress, do your best, and forget the rest” यानि तनाव मत करो, अपना सर्वश्रेष्ठ करो, और बाकी को भूल जाओ। अतः तनाव से अच्छे से अच्छे काम बिगड़ सकते है।

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