हमारे समाज में यह धारणा बानी हुई है की अगर वृद्धावस्था है तो घुटनो का दर्द तो सहन करना ही है, लेकिन अगर सही समय पर सही उपचार मिले तो इस परेशानी से निजात पाया जा सकता है |
आईये जाने एक ऐसी ही कहानी कुथवास गाँव निवासी राजमल जी धाकड़ की जो अपने सफल उपचार के लिए डॉ. नवीन राठोड एवं जीबीएच जनरल हॉस्पिटल का दिल से आभार व्यक्त करते है |