अपनी किडनी की देखभाल कैसे करें?

खुद की किडनी से है प्यार तो घर का ही ले आहार।

आज के समय में अधिकांश लोग किडनी की बीमारियों के साथ जी रहे हैं और उनमें से काफी लोगो को इसकी जानकारी भी नहीं होती है। आजकल हम सब लोग साधारण ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की जांच तो करवाते है पर किडनी या इसी तरह के रोगो से सम्बंधित जांच नहीं करवाते है क्यों कि अधिकांश लोग इसे असाधारण जांच समझते है। विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार किडनी की बीमारी के हिसाब से भारत में यह मृत्यु के 8वे कारण में आता है जहाँ लगभग 2 लाख लोग इस समस्या से ग्रसित है, किडनी की बीमारी के कई शारीरिक संकेत हैं, लेकिन कभी-कभी लोग अन्य बीमारियों  के साथ उन्हें अनदेखा करते हैं। इसलिए, इसके लक्षणों में से एक पर नजर रखनी चाहिए और बिना किसी देरी के पुष्टि करने के लिए टेस्ट करवाना चाहिए। इसके अलावा, व्यक्ति को किडनी रोग विशेषज्ञ को अगर कोई भी लक्षण हो तो जल्द से जल्द बताना चाहिए। हालांकि, अगर कोई व्यक्ति हाई ब्लूडप्रेशर, डायबिटीज आदि से पीड़ित है, या फिर किडनी फेलियर का का फॅमिली हिस्ट्री है, तो नियमित आधार पर किडनी के टेस्ट करवाने चाहिए, किडनी की बीमारी के उपचार करने का एकमात्र तरीका पुष्टि के लिए परीक्षण कराना है।

अगर किडनी से सम्बंधित समस्याएं है तो शरीर ये 6 संकेत देता है।

  • भूख कम लगना।
  • पेट के निचले हिस्से में दर्द
  • ​टखने और पैरों में सूजन
  • ​त्वचा में सूखापन और खुजली
  • कमजोरी और थकान महसूस होना
  • बार-बार यूरिन आना।

अपनी किडनी को कैसे स्वस्थ रख सकते है?

  • किडनी को स्वास्थ बनाए रखने के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव भी आवश्यक हैं, जिन्हें उपयोग में लाकर हम इसे स्वस्थ रख सकते हैं।
  • ज्यादा से ज्यादा घर का बना फ्रेश खाना खाएं जिसमे कम नमक का सेवन आवश्यक है, फ्रेश खाने का हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम में बहुत फर्क पड़ता है। बाहर का खाना कम से कम खाएं।
  • जो भी आहार आप ले रहे है उसमे अधिक मात्रा में फल और हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें, जिससे हमारे शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा मिलती है और हमारे शरीर के अंगो में चुस्ती स्फूर्ति रहती है और इंटरनल बॉडी पार्ट्स अच्छे से काम करते है।
  • सबसे अधिक जल का सेवन हमारे शरीर को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा तरीका है। बहुत से तरल पदार्थ, पानी का सेवन, गुर्दे को शरीर से सोडियम, यूरिया और विषाक्त पदार्थों को साफ करने में मदद करता है।
  • नियमित शुगर एवं ब्लड प्रेशर की जांच जरूर करे, शुगर और ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होने पर भी किडनी पर इसका इफ़ेक्ट आ सकता है, हाई ब्लड प्रेशर से स्ट्रोक या हार्ट अटैक की संभावना भी बढ़ जाती है।
  • अपने वजन को नियंत्रित रखें और रोजाना 6 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें।
  • अगर आपकी उम्र 60 साल से ज्यादा है तो किडनी के टेस्ट अवश्य करवाएं और यूरिन की जांच भी नियमित रूप से आवश्यक है।

निष्कर्ष

विभिन्न  चिकित्सको के मुताबिक हम जिस तरह शरीर के अन्य पार्ट्स का ख्याल रखते है वैसे किडनी की सेहत को अक्सर नजरअंदाज कर देते है। शरीर से अपशिष्ट पदार्थों के बाहर निकालने में किडनी का सबसे मुख्य काम होता है, इसमें होने वाली किसी भी तरह की प्रॉब्लम सें शरीर पर विभिन्न रोग हावी हो सकते है। किडनी ब्लड से अपशिष्टों को छानकर उसे शुद्ध करने का भी कार्य करती है। इसके अलाव यूरिनल सिस्टम, हार्मोन और शरीर में ब्लड प्रेशर के स्तर को ठीक बनाए रखने में भी किडनी का अहम रोल होता है। अतः हमें हमारी दिनचर्या में बदलाव करके इसका ध्यान अवश्य रखना चाहिए और इससे सम्बंधित समस्या होने पर डॉक्टर्स से परामर्श लेना चाहिए, सही समय पर जांच से इसका उपचार अच्छे से हो जाता है यह गंभीर रूप नहीं लेता है।