सर्दियों में जोड़ों का दर्द और देखभाल

जोड़ों का दर्द सामान्यतः हाथ, पैर, कूल्हों, घुटनों या रीढ़ की हड्डी के होने वाला दर्द होता है। यह दर्द कभी लगातार और कभी रुक-रुक कर हो सकता है। जोड़ में कभी-कभी अकड़न भी महसस हो सकती है। इसके अलावा, जोड़ सुबह के समय टाइट हो सकता है लेकिन दैनिक गतिविधियों के साथ इनमे आराम महसूस होने लगता है। हालांकि, अत्यधिक गतिविधियां इस दर्द को बढ़ा भी सकती है।

जोड़ों में यह दर्द अक्सर मौसम में बदलाव से संबंधित होते हैं, खासकर सर्दियों के ठंडे तापमान से। ठन्डे मौसम में यह दर्द अधिक उम्र वाले लोगो को ज्यादा परेशान करता है।

सर्दी के कारण होने वाले दर्द और अकड़न का क्या कारण है?

ठंड का मौसम आपके जोड़ों को प्रभावित करता है,कुछ चिकित्सकीय विचारो के अनुसार मौसम के तापमान में गिरावट की वजश से मांसपेशियां और इनके आसपास के ऊतक फैल जाते हैं। जिस वजह से शरीर के भीतर टाइटनेस के कारण, यह दर्द पैदा करता है, विशेष रूप से गठिया से प्रभावित लोगो के जोड़ों में।

सर्दी में जोड़ों के दर्द को कैसे कम करें:

  1. अपने शरीर पर ठंडे मौसम के प्रभाव को कम करने के लिए ज्यादा परतदार कपड़े पहनें।
  2. अपने जोड़ों, विशेष रूप से अपने घुटनों पर तनाव कम करने के लिए वजन को नियंत्रित रखें।
  3. दैनिक गतिविधियों के दौरान अपने जोड़ों पर अनावश्यक दवाब डालने से बचें।
  4. दर्द वाले स्थानों पर हीटिंग पैड लगाएं। गर्मी मांसपेशियों को आराम देने में मदद करती है।
  5. रात को अच्छी नींद लें, पौष्टिक भोजन करें और खुशमिजाज रवैया अपनाएं।
  6. व्यायाम आपको मांसपेशियों और हड्डियों की ताकत बनाने में मदद कर सकता है। यह आपके जोड़ों पर दबाव को कम करता है, जिससे उन्हें नुकसान होने की संभावना कम हो जाती है।
  7. गर्म रहने से आपको ठंड के मौसम में होने वाले जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है, खासकर यदि आप सर्दियों में बाहर दौड़ते हैं। गर्म रहने और ठंड के मौसम में जोड़ों के दर्द से बचने के लिए कुछ सुझावों पर गौर कर सकते है जैसे पांच मिनट या उससे अधिक समय तक स्ट्रेचिंग करके वार्म अप करें। वार्म-अप गतिविधियाँ आपकी मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह में सुधार और शरीर के तापमान में वृद्धि करके आपके हृदय प्रणाली में सुधार करती हैं। व्यायाम से पहले वार्म अप करने से जोड़ों की अकड़न कम होती है और जोड़ों की समस्याओं से बचने में मदद मिलती है।
  8. पर्याप्त आराम करें। बहुत कम नींद भी इस दर्द को बढ़ा सकती है।
  9. आशावादी रवैया अपनाएं। बेचैनी से खुद को विचलित करने के लिए ऐसी चीजें करें जो आपको आनंदित करें।
  10. यदि ये सभी कदम मदद नहीं करते हैं, तो दवा या अन्य उपचार विकल्पों के बारे में अपने चिकित्सक से परामर्श ले।

यदि उपरोक्त उपायों से भी यह दर्द कम नहीं हो रहा है तो परामर्श और उपचार के लिए किसी आर्थोपेडिक डॉक्टर के पास जाएँ। आर्थोपेडिक विशेषज्ञ ठंड के मौसम में जोड़ो के दर्द के कारण का विश्लेषण कर लेंगे और उचित उपचार विकल्पों से इसका सही उपचार कर लेंगे।

निष्कर्ष

जो लोग जोड़ो के दर्द से परेशान हैं उनके लिए सर्दी का मौसम मुश्किल भरा होता है।  जांच करें कि आपके जोड़ ठंडे तापमान पर कैसे प्रतिक्रिया करते हैं। फिर, पता लगाएँ कि जीवन शैली में जो भी बदलाव किए गए हैं वे आपको बेहतर महसूस कराने में मदद कर रहे है या नहीं। यदि आप सर्दियों के मौसम में पहले से इससे निजात के उपाय कर लेते है तो यह समय रहते कम हो जाएगा।

फिर भी अगर, परेशानी ज्यादा हो रही है तो दवाओं और जीवन शैली में परिवर्तनों के बारे में अपने चिकित्सक से परामर्श करें वो दर्द कम करने के साथ सर्दी से बचने में आपकी सहायता करेंगे।